मेरी ही कुछ गलतियों की वजह से मैंने किडनी फेल्योर का सामना किया - I Faced Kidney Failure Because of My Own Mistakes

आप सभी को नमस्कार, मेरा नाम कविता चौहान है और मैं दिल्ली के जनकपुरी की रहने वाली हूँ। दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी, जिसके कारण मुझे बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी खराब हुई किडनी को ठीक करने के लिए डॉक्टर की सभी बाते मानी थी और इतना ही नहीं बल्कि मैंने कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था।डॉक्टर का कहना था कि मेरी किडनी बस डायलिसिस से ही ठीक हो जायगी, लेकिन ऐसा कुछ होता न देख मैंने डॉक्टर की सलाह से बाद में किडनी ट्रांसप्लांट का रुख किया, लेकिन दिल में शंका थी कि क्या मैं इससे ठीक हो जाउंगी? खैर, मैं समय रहते किडनी ट्रांसप्लांट से बच गई, क्योंकि मैंने डॉ. पुनीत जी से आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लेना शुरू किया जिससे मैं बड़े आराम से और तेजी से ठीक हो गई। आज मैं आप सभी को इस बारे में बताने वाली हूँ कि मेरी किडनी कैसे खराब हुई और मैं कैसे ठीक हुई।


एक उम्र होने के बाद हर कोई व्यक्ति किसी न किसी शारीरिक समस्या का सामना करता ही है, जिसमेमहिलाओं का नाम सबसे आगे हैं। हम महिलाऐं बड़ी जल्दी से बीमार पड़ जाती है और ठीक होने के लिए दवाएं खानी शुरू कर देती है। हम महिलाऐं डॉक्टर के पास जाना ज्यादा पसंद नहीं करते, क्योंकिहम घर पर ही दवाएं ले लेती है, अब हम इसमें अपनी तारीफ समझते हैं लेकिन हमारी ये किडनी पर भारी पड़ती है जिसके बारे में अक्सर हमे कोई जानकारी नहीं होती।बाकी महिलाओं की तरह मैं भी बड़ी जल्दी ही बीमार पड़ जाती थी, जिसमे बाकी अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ मुझे अक्सर बदन दर्द की समस्या भी हो जाती थी।मुझे अक्सर कमर और गुटनो से जुडी कोई न कोई दिक्कत हो जाती थी, जिससे छुटकारा पाने के लिए मैं अक्सर खुद से ही दवाएं खा लेती थी। समय के साथ ये मेरी आदत बन चुकी थी, मैं अब रोजाना दो से तीन बार दवाएं लेने लग गई थी। बढती उमे के साथ मुझे अब हाई ब्लड प्रेशर की समस्या रहने लाग गई थी, डॉक्टर ने मुझे इसके लिए खाने पीने में बदलाव करने को कहा था पर मैंने ऐसा नही किया।

मैंने खाने पीने में बदलाव करने के बजाय दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे काफी मिलने लगा और मैं अब इसी आदि बन चुकी थी। डॉक्टर मुझे हमेशा कम दवाएं लेने की सलाह देते थे, उनका कहना था कि ज्यादा दवाएं लेने से मेरी तबियत में सुधार तो भले ही आ जाए लेकिन इससे अंदर ही अंदर मेरा शरीर खराब हो रहा है। लेकिन मैंने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और ऐसे ही दवाएं खाती रही और फिर वही हुआ जिसको लेकर डॉक्टर मुझे अक्सर चिताया करते थे। जी हाँ, दवाएं लेने कि वजह से अब मेरी किडनी खराब हो चुकी थी, बस इसके लक्षण दिखाई देने भर बाकी थे और मुझे इसके लक्षणों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी। किडनी खराब होने के करीब महिना भर पहले मेरी तबियत अचानक से खराब रहने लग गई थी, जिससे आराम पाने के लिए मैं फिर से खुद से ही दवाएं ले रही थी।एक दिन मैंने देखा कि मेरे पैरों में सूजन आई हुई है, जिसे देखकर मुझे लगा कि ये शायद बढती उम्र की वजह से हुआ होगा और महिलाओं के पैरों में सूजन आना कोई बड़ी बात नहीं थी।

मैंने सूजन दूर करने के लिए दवाएं लेनी शुरू कर दी पर उनसे मुझे कोई आराम नहीं मिला, बल्कि मेरी सूजन पहले से भी ज्यादा बढती चली गई और इसकी वजह से मुझे चलने में भी काफी परेशानी हो रही थी। इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर भी काफी हाई हो रहा था जो कि दवाओं से भी काबू में नहीं आ रहा था, मैंनेदवाओं के साथ-साथ अपने खाने पीने में भी काफी बदलाव किये लेकिन उससे भी मुझे कोई खास आराम नहीं मिला। ब्लड प्रेशर इतना ज्यादा हाई हो चूका था कि मुझे एक दो बार उल्टियाँ भी आ गई थी और इसकी वजह से मुझे खाने पीने का भी दिल नहीं करता था।मुझे पेशाब आना भी काफी कम हो गया था पेशाब करते समय काफी जलन भी होने लग गई। मैंने इस बारे में डॉक्टर को बताया तो उन्होंने मुझे कुछ टेस्ट करवाने को कहा, मैंने सारे टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स डॉक्टर को दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी कारण मुझे ये सारी दिक्कतें हो रही है और अब मुझे ठीक होने के लिए डायलिसिस करवाना होगा।

Doctor Ayurvedic Kidney Expert

डॉक्टर ने कहा कि अब अगर मैंने डायलिसिस नहीं करवाया तो मेरे बचने की उम्मीद काफी कम हो जायगी, लिहाजा यही मेरे लिए सही है।मैंने डॉक्टर की बात मानते हुए डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी आराम मिला लेकिन ये आराम एक बार ही मिला। मुझे अगले डायलिसिस से आराम मिलना बंद हो गया और मेरी हालत लगातार खराब होने लग गई। मैंने आगे डायलिसिस करवाने के लिए इंकार कर दिया, क्योंकि मुझसे इसका दर्द सहन कर पाना काफी मुश्किल होता जा रहा था। लेकिन फिर डॉक्टर ने मुझे समझाया कि मेरी किडनी इसी से ठीक हो सकती है, नहीं तो मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो जायगी।अब इसके सिवाय मेरे सामना दूसरा कोई चारा नहीं था, जिसकी वजह से मैंने आगे डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। अपनी खराब हुई किडनी को ठीक करने की उम्मीद में मैंने करीब दो महीने तक हर सप्ताह दो बार डायलिसिस करवाया, लेकिन उससे मुझे कोई आराम नहीं मिला, उल्टा हालत पहले से भी ज्यादा खराब हो गई।मेरी लगातार खराब होती तबियत को देखते हुए डॉक्टर अब मुझे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कहने लग गये थे और मैं इसके लिए राजी हो गई।

लेकिन फिर एक दिन मैंने नेट पट देखा कि कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल में बिना डायलिसिस के ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है, मैंने देखा कि ये हॉस्पिटल दिल्ली में ही है और मैंने यहाँ जाने का मन बना लिया। मैंने कुछ ही दिनों में कर्मा आयुर्वेदा पहुँच गई और वहां पर डॉ. पुनीत जी से मिली, मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉ. पुनीत जी ने मुझे बताया कि मैंने जल्द ही ठीक हो जाउंगी बस समय से आयुर्वेदिक्द आवें लेनी होगी और खाने पिने में बदलाव करना होगा। मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत जी की बात मानते हुए आयुर्वेदिक दवाएं लेनी शुरू कर दी, जिससे मुझे काफी आराम मिलने लगगया। मुझे सबसे पहले ब्लड प्रेशर की समस्या में आराम मिलना शुरू हुआ था जो कि मेरे लिए सबसे ख़ुशी की बात थी, धीरे-धीरे मुझे पेशाब से जुड़ी समस्या में भी आराम मिलने लग गया था। अब मुझे भूख भी लगने लग गई थी और कमजोरी दूर हो रही थी, डायलिसिस होना भी बंद हो चूका था जो कि मेरी किडनी ठीक होने की सबसे बड़ी निशानी थी। मैं देखते ही देखते पहले से भी किया स्वस्थ हो गई। अब मैं एक दम ठीक हूँ और अब मैंने दवाएं लेना बंद कर दी है।

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