मीठे खाने की वजह से हुई थी मेरी किडनी खराब - My kidney was spoiled due to eating sweet
नमस्कार, मेरा नाम रचित बिश्वाह है और मैं काशी, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ, तीन साल पहले शुगर होने के कारण मेरी किडनी खराब हो गई थी। किडनी खराब होने के कारण मुझे कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था और एक लंबे समय के लिए डायलिसिस भी करवाना पड़ा था, जिससे मुझे कोई आराम नहीं मिला। डायलिसिस से मुझे भले ही कोई आराम नहीं मिला हो लेकिन इससे डॉक्टरों की काफी कमाई हुई। खैर बाद में मुझे के ऐसे उपचार के बारे में पता जिसको मैंने लिए और ठीक हो सका। डॉक्टर ने मुझसे कहा कि अब मैं किडनी ट्रांसप्लांट से ही ठीक हो सकता हूँ, लेकिन मैंने बस कुछ दवाओं से ही ठीक हो गया और आज एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहा हूँ।
मुझे बचपन से ही मीठा खाने का बहुत शौक था जिसके कारण मुझे जल्द ही शुगर की प्रॉब्लम होने लगी थी। बाद में मैंने शुगर को काबू करने के लिए अपने खाने पीने पर काबू करना शुरू कर दिया, जिससे मेरा शुगर लेवल काफी कम हो गया। मैंने कई सालो तक अपने खाने पीने का खास ध्यान रखा लेकिन मैंने बाद में फिर से मीठा खाना शुरू कर दिया, जिसके कारण मेरी तबीयत फिर से खराब रहने लगी। कई जांच होने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मुझे अब शुगर की बीमारी हो चुकी जिसके लिए मुझे अब दवाएं खानी शुरू करनी होगी और खाने पीने का खास ध्यान रखना होगा।
Ayurvedic Kidney Treatment in UK
मैं दवाएं लेना शुरू कर दिया और खाने पीने में भी काफी बदलाव कर लिया, जिससे मेरा शुगर लेवल काबू में आने लगा। इस बीच मुझे लगा कि अब मैं ठीक हो चूका हूँ और मुझे अब दवाएं खाना छोड़ देना चाहिए, कुछ समय बाद मैंने धीरे-धीरे दवाएं खाना छोड़ और समय के साथ मैंने फिर से मीठा खाना शुरू कर दिया। लेकिन ये मेरी सबसे बढ़ी भूल थी क्योंकि इसी के कारण मेरी किडनी खराब हो गई थी। मेरा शुगर लेवल लगातार बढ़ता हुआ जा रहा था, जिसके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं थी। एक दिन मेरी तबियत अचानक खराब हो गई जिसके कारण मुझे हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा, जहाँ पर पता चला कि मेरा शुगर लेवल काफी बढ़ा हुआ है और इसके कारण ही मेरी तबियत इतनी खराब हुई है।
डॉक्टर ने मुझे डाइट प्लान और दवाओं के घर भेज दिया, लेकिन मेरी तबियत लगातर खराब होती जा रही थी। मेरे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आने लगी और मुझे पेशाब से जुड़ी हुई परेशानी भी होने लगी। मुझे दिन में दो से तीन बार ही पेशाब आने लगा और पेशाब करते समय काफी दर्द होता था। सूजन आने के कारण मुझे चलने फिरने में भी दिक्कत होने लगी थी, मुझे बार-बार उल्टियाँ भी आने लगी थी और मैं लगातार कमजोर होता जा रहा था। मेरे घर वालों ने मुझे के बार फिर से हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया, जहाँ पर जांच होने के बाद डॉक्टर ने मुझसे कई टेस्ट करवाने को कहा। मैंने उसी समय सारे टेस्ट करवा लिए, रिपोर्ट्स आने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी के कारण मेरी ऐसी हालत हो गई है। डॉक्टर ने मुझे बताया कि कई सालों तक शुगर होने के कारण मेरी किडनी धीरे-धीरे खराब हो गई है और अभी मेरा किडनी फेल्योर थर्ड स्टेज पर है। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अभी डायलिसिस शुरू कर के इसे यही पर रोका जा सकता और मस्य के साथ आप ठीक भी हो जाओगे।
मैंने डायलिसिस के लिए हाँ कर दिया और अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। मैंने कई महीनों तक लगातार डायलिसिस करवाया, लेकिन मुझे इससे कोई लाभ नहीं मिला। उल्टा मेरी तबीयत में गिरावट आने लगी, डॉक्टर भी मुझे बस झूटे दिलासे दे रहे थे। एक दिन डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे अब किडनी ट्रांसप्लांट से ही ठीक किया जा सकता है अब यही आखिरी रास्ता है। मैंने डॉक्टर को तुरंत ही किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मना कर दिया, जिसके बाद डॉक्टर ने मुझसे की अगर जिन्दा रहना है तो यही बस एक रास्ता है।
अब मैंने भी हार मान ली थी, लेकिन कहीं कोई उम्मीद की किरण बाकी थी। एक दिन मेरा एक रिश्तेदार मुझसे मिलने आया और उसने मुझसे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। उसने मुझे बताया कि दिल्ली में एक आयुर्वेदिक अस्पताल है, जिसका नाम कर्मा आयुर्वेदा है और वहां पर किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक उपचार दिया जाता है। उसने मुझे आगे बताया कि कर्मा आयुर्वेदा में बिना डायलिसिस के ही खराब किडनी को ठीक किया जाता है। मैंने उसकी बात मान कर एक बार दिल्ली जाने का मन बना लिया। कुछ ही दिनों बाद मैं अपने घर वालों के साथ दिल्ली आ गया और सीधा कर्मा आयुर्वेदा पहुंचा।
कर्मा आयुर्वेदा में हमारी मुलाकात अस्पताल के निदेशक डॉ. पुनीत जी से हुई, मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई और उनको अपने बारे में भी बताया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मैं बहुत जल्द ही ठीक हो जाऊंगा मुझे डरने की कोई जरुरत है। डॉ. पुनीत जी ने मुझसे कहा मुझे बस समय पर आयुर्वेदिक दवाएं लेनी और और खाने पीने का खास ध्यान रखना है। मैंने गहर आकर उनकी बाते माननी शुरू कर दी और मुझे कुछ ही समय में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगा। मेरे शरीर से सुजन चली गई और मुझे भूख लगना भी शुरू हो है, जिसके चलते मैं काफी खुद को काफी स्वस्थ महसूस करने लगा था। यहाँ तक अब मेरा शुगर लेवल भी काबू में आने चूका था। देखते ही देखते मैं कुछ ही महीनों में ठीक हो गया और आज एक दम स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहा हूँ।
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